पाठ – 5
मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया
In this post we have mentioned all the important questions of class 10 Social Science (History) chapter 5 Print Culture and the Modern World in Hindi
इस पोस्ट में कक्षा 10 के सामाजिक विज्ञान (इतिहास) के पाठ 5 मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया के सभी महतवपूर्ण प्रश्नो का वर्णन किया गया है। यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है जो इस वर्ष कक्षा 10 में है एवं सामाजिक विज्ञान (इतिहास) विषय पढ़ रहे है।
Board | CBSE Board, UP Board, JAC Board, Bihar Board, HBSE Board, UBSE Board, PSEB Board, RBSE Board |
Textbook | NCERT |
Class | Class 10 |
Subject | Social Science (History) |
Chapter no. | Chapter 5 |
Chapter Name | मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया (Print Culture and the Modern World) |
Category | Class 10 Social Science (History) Important Questions in Hindi |
Medium | Hindi |
Chapter 5 मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया
1 अंक वाले प्रश्न
प्रश्न 1 यूरोप में पहली प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार किसने किया ?
उत्तर: योहान गुटेन्बर्ग
प्रश्न 2 कौन सा धर्म सुधारक प्रोटेस्टेट धर्म सुधार के लिए उत्तरदायी था ?
उत्तर: मार्टिन लूथर
प्रश्न 3 गुटेन्बर्ग द्वारा छापी पहली पुस्तक कौन सी थी?
उत्तर: बाइबिल
प्रश्न 4 पुस्तकों का पेपर बेक संस्करण कब प्रकाशित हुआ ?
उत्तर: महामन्दी की शुरूआत में
प्रश्न 5 इंग्लैंड में फेरीवालों के द्वारा एक पैसे में बिकने वाली किताबों को क्या कहा जाता था ?
उत्तर: चैपबुक्स
प्रश्न 6 पढ़ने का कौन-सा साधन विशेषकर नारियों के लिए था ?
उत्तर: पेनी मैग्जीन्स
प्रश्न 7 1878 का वर्नाक्युलर एक्ट किस तर्ज पर बना था ?
उत्तर: आईरिश प्रेस कानून
प्रश्न 8 जापान की सबसे पुरानी छपी पुस्तक का नाम क्या था ?
उत्तर: डायमंड सूत्र
प्रश्न 9 किस देश में मुद्रण की तकनीक सबसे पहले विकसित हुई ?
उत्तर: चीन
प्रश्न 10 ‘मुद्रण ईश्वर की दी हुई महानतम देन है’ यह वाक्य किसने कहा था ?
उत्तर: मार्टिन लूथर
प्रश्न 11 वुडब्लॉक प्रिंटिंग की तकनीक यूरोप में कौन लाया ?
उत्तर: मार्को पोलो
प्रश्न 12 भारत में छपाई की तकनीक कब और कौन लाया ?
उत्तर: 16वीं शताब्दी, पुर्तगाली
प्रश्न 13 1871 में गुलामगिरी पुस्तक किसने लिखी ?
उत्तर: ज्योतिबा फूले
प्रश्न 14 तुलसीदास के रामचरितमानस का पहला मुद्रित संस्करण कब और कहाँ छपा?
उत्तर: कलकत्ता 1810
प्रश्न 15 दो फारसी अखबारों के नाम लिखो जो 1882 ई. में प्रकाशित हुए?
उत्तर: जाम-ए-जहाँ नामा, शम्सुल अख़बार
प्रश्न 16 रीफोर्मेशन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर: कैथोलिक धर्म सुधार आंदालन।
लघु/दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 3/5 अंक वाले :
प्रश्न 1 “वुड ब्लॉक (काठ की तख्ती) वाली छपाई यूरोप में 1295 ई. के बाद आई” इस कथन को स्पष्ट करो ?
उत्तर: वुडब्लॉक वाली छपाई यूरोप में 1295 ई के पश्चात् आई क्योंकि –
- यह तकनीक पहले चीन के पास थी।
- मार्को पोलो यह ज्ञान अपने साथ लेकर लौटा
- मार्को पोलो ने यूरोप को वुडब्लॉक से अवगत कराया।
- यह तकनीक यूरोप में फैल गई।
प्रश्न 2 मुद्रण संस्कृति ने फ्रांसीसी क्रान्ति लाने में क्या भूमिका निभाई ?
उत्तर:
- छपाई के चलते विचारों का प्रसार, उनके लेखन ने परंपरा, अविश्वास और निरकुंशवाद की आलोचना की।
- रीति-रिवाजों की जगह विवेक के शासन पर बल दिया।
- चर्च की धार्मिक और राज्य की निरकुंश सत्ता पर हमला।
- छपाई ने वाद-विवाद की नई संस्कृति को जन्म दिया।
प्रश्न 3 पाण्डुलिपियाँ क्या हैं ? इनके प्रयोग की सीमाएँ क्या थी ?
उत्तर: हाथों से लिखी पुस्तकों को पांडुलिपियाँ कहते हैं।
- किताबों की बढ़ती मांग, पांडुलिपियों से पूरी नहीं होने वाली थी।
- नकल उतारना बेहद खर्चीला, समय अधिक लगना, माँग पूरी ना होना।
- ये बहुत नाजुक होती थीं। रखरखाव में, लाने ले जाने में मुश्किल आती थी।
- उपरोक्त समस्याओं की वजह से उनका – आदान-प्रदान मुश्किल था।
प्रश्न 4 मुद्रण ने किस प्रकार समुदायों और भारत के विभिन्न भागों में रहने वाले लोगों को जोड़ने का कार्य किया था ?
उत्तर:
- मुद्रित प्रणाली ने नए विचारों के विकास, प्रसार और अभिव्यक्ति हेतु एक नए प्लेटफार्म का विकास किया।
- मुद्रित प्रणाली संचार का सबसे सस्ता और सरल साधन था।
- ये भारत के लोगों की समस्या को उजागर करते थे।
- धार्मिक पुस्तकें बड़ी तादाद में व्यापक जन समुदाय तक पहुँच रही थी।
- भारतीय मूल के अखबार एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र तक समाचार पहुँचाते थे।
प्रश्न 5 मुद्रण संस्कृति ने भारत में राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए किस प्रकार योगदान दिया ?
उत्तर:
- दमनकारी नीति के बावजूद राष्ट्रवादी अखबार देश के हर कोने में बढ़ते-फैलते गए।
- उन्होंने औपनिवेशिक कुशासन के बारे में लिखा।
- पंजाब के क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करने पर बाल गंगाधर तिलक ने अपना केसरी समाचार पत्र छापा।
- पंजाब तथा देश के अन्य भागों में राष्ट्रीय आंदोलन को बल मिला।
- बाल गंगाधर तिलक को गिरफ्तार करने का पूरे भारत में विरोध हुआ।
प्रश्न 6 मुद्रित किताबें अशिक्षित लोगों के बीच लोकप्रिय क्यों हुईं ?
उत्तर:
- जो लोग पढ़ नहीं पाते थे वे भी बोलकर पढ़ने वाले लोगों को सुनकर खुश होते थे।
- लोकगीत और कथाओं का छपना।
- सचित्र किताबों का छपना।
- इन्हें ग्रामीण सभाओं में, शहरी शराबखानों में गाया सुनाया जाता था।
प्रश्न 7 भारत में वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट जारी करने के कारण बताइए?
उत्तर:
- जब किसी रिपोर्ट को बागी करार दे दिया जाता था तो उसे छपने से पूर्व चेतावनी दी जाती थी और ना मानने पर प्रिंटिंग प्रेस जब्त कर ली जाती थी।
- भारत में अखबार के माध्यम से बढ़ रहे राष्ट्रवाद अर्थात् ब्रिटिश विरोधी विचारधारा के नियंत्रण के लिए।
- भारत में छपने वाले सभी देशी अखबारों के प्रकाशन पर नज़र रखने के लिए।
प्रश्न 8 रोमन कैथोलिक चर्च के विभाजन में मुद्रण संस्कृति की भूमिका को स्पष्ट कीजिए?
उत्तर:
- मार्टिन लूथर ने रोमन कैथोलिक की कुरीतियों की आलोचना करते हुए 95 स्थापनाएं (थीसिस) लिखी।
- इसकी एक छपी प्रति विटेनबर्ग के गिरजाघर के दरवाजे पर टाँगी गई।
- लूथर के लेख बड़ी तादाद में छापे गए।
- फलस्वरूप चर्च का विभाजन हो गया और प्रोटेस्टेंट धर्म सुधार की शुरूआत हुई।
प्रश्न 9 19वीं सदी में महिलाओं द्वारा पढ़ने के चलन के प्रति लोगों का क्या रवैया था? महिलाओं की इस संदर्भ में क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर:
- उदारवादी पिता और पति अपने घर पर औरतों को पढ़ाने लगे।
- शहरों में छोटे-छोटे स्कूल खुले तो उन्हें स्कूल भेजने लगे।
- बागी औरतों ने इन प्रतिबंधो को अस्वीकार कर दिया।
प्रश्न 10 ऐसे तरीकों का उल्लेख कीजिए जिनसे मुद्रित किताबों तक आम आदमी की पहुँच बढ़ी?
उत्तर:
- मद्रास में सस्ती किताबें चौक-चौराहों पर बेची जा रही थी। अब गरीब लोग भी उन्हें खरीद सकते थे।
- सार्वजनिक पुस्तकालय खुलना, शहरों, कस्बों तथा संपन्न गाँवों में।
- पुस्तिकाओं और निबंधो में जातिगत भेद के बारे में लिखना।
- मजदूरों में साक्षरता आए, नशाखोरी कम हो।
- राष्ट्रवाद का संदेश आम आदमी तक पहुंच रहा था।
प्रश्न 11 मुद्रण क्रांति के प्रभाव की व्याख्या करें ?
उत्तर: मुद्रण से पुस्तकों की लागत कम हो जाती है, प्रत्येक पुस्तक का उत्पादन करने के लिए आवश्यक समय और श्रम कम हो गया।
- कई प्रतियों का उत्पादन आसानी से किया जा सकता है।
- विचारों का व्यापक प्रसार और बहस और चर्चा का नया संसार खुला
- नया बौद्धिक वातावरण आया, नए विचारों को फैलाने में मदद की, नई जानकारी प्राप्त हुई।
- अल्प शिक्षित लोगों में भी आस्था/धर्म की व्यक्तिगत व्याख्या की गई।
- प्रबुद्ध विचारकों के लेखन ने फ्रांसीसी क्रांति में मदद की।
प्रश्न 12 कुछ लोगों को आसानी से उपलब्ध मुद्रित पुस्तकों के प्रभाव का डर क्यों लगा? यूरोप से एक और भारत से एक उदाहरण चुनिए।
उत्तर: विद्रोही और अधार्मिक विचार फैल सकते हैं
- बहुमूल्य साहित्य की सत्ता नष्ट हो जाएगी
- यह राजनीतिक व्यवस्था और धार्मिक संस्था के खिलाफ क्रांति को प्रोत्साहित कर सकता है
- उदाहरण यूरोप में प्रबुद्ध लेखकों के लेखन ने फ्रेंच क्रांति में मदद की और चर्च की शिक्षाओं पर बहस शुरू की।
- भारत में मुद्रण स्थानीय भाषाओं में धार्मिक ग्रंथों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। सती और विधवा विवाह आदि पर बहस शुरू हुई।
प्रश्न 13 मुद्रित सामग्रियों की तुलना में हस्तलिखित पांडुलिपियों की कमियों का वर्णन करें?
उत्तर: हस्तलिखित पांडुलिपियाँ बहुत महंगी और नाजुक थीं जबकि मुद्रित सामग्री सस्ती और आसानी से ले जाने वाली थीं।
- हस्तलिखित पांडुलिपियों को सावधानी से संभालना पड़ता था और उन्हें इधर- उधर नहीं ले जाया जा सकता था।
- उन्हें आसानी से पढ़ा नहीं जा सकता था क्योंकि पांडुलिपियाँ (लिखाई) अलग-अलग शैली में भी थीं।
प्रश्न 14 हस्तलिखित पांडुलिपियों का उत्पादन पुस्तकों की बढ़ती मांग को पूरा क्यों नहीं कर सका? कारण बताएं।
उत्तर: नकल करना एक महंगा, श्रम साध्य और समय लेने वाला काम था।
- पांडुलिपियाँ नाजुक थीं और उन्हें संभालना मुश्किल था।
- आसानी से इधर-उधर नहीं किया जाता या आसानी से पढ़ा नहीं जाता।
प्रश्न 15 यूरोप में मुद्रण संस्कृति के उदय में मदद करने वाले कारकों की व्याख्या करें?
उत्तर: हस्तलिखित पांडुलिपियाँ पुस्तकों की बढ़ती मांग को पूरा नहीं कर सकीं नकल करना एक महंगा श्रम साध्य और समय लेने वाला व्यवसाय था
- पांडुलिपि या नाजुक इसलिए परिसंचरण सीमित था
- 15वीं शताब्दी की शुरुआत तक वुडब्लॉक का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन सामग्रियों की बढ़ती मांग को पूरा नहीं कर सका।
- पुस्तकों के शीघ्र और सस्ते पुनः उत्पादन की आवश्यकता।
प्रश्न 16 भारत में प्रेस की स्वतंत्रता को रोकने के लिए ब्रिटिश द्वारा क्या कदम उठाए गए थे?
उत्तर: 1857 के विद्रोह के बाद, क्रुद्ध अंग्रेजों ने देशी प्रेस पर शिकंजा कसने की मांग की।
- 1878 का वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट पारित किया गया। इस अधिनियम ने रिपोर्टों को सेंसर करने के लिए सरकार को व्यापक अधिकार प्रदान किए।
- सरकार ने नियमित रूप से समाचार पत्रों पर नजर रखी।
- जब एक रिपोर्ट को राजद्रोह के रूप में आंका गया, तो अखबार को चेतावनी दी गई और अगर चेतावनी को नजरअंदाज किया गया तो प्रेस की संपत्ति और प्रिंटिंग मशीनरी को जब्त कर लिया जाता था।
प्रश्न 17 भारतीय महिलाओं पर मुद्रण संस्कृति का प्रभाव क्या था ? उदाहरण के साथ समझाएं।
उत्तर: मुद्रण ने महिलाओं को मौन में पढ़ने, चर्चा करने और बहस करने में सक्षम बनाया है।
- महिलाओं ने खुद को व्यक्त किया और अपने विचारों को आकार दिया।
- यह महिलाओं को जाति, धर्म या वर्ग से परे जोड़ता है
- कई महिलाओं ने अपने अनुभव और कहानियाँ लिखीं।
- कई उदार पतियों और पिताओं ने अपनी पत्नी और बेटियों को पढ़ाई करने की अनुमति दी।
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