Skip to content

Criss Cross Classes

Our Content is Our Power

Menu
  • Home
  • CBSE
    • Hindi Medium
      • Class 9
      • Class 10
      • Class 11
      • Class 12
    • English Medium
      • Class 9
      • Class 10
      • Class 11
      • Class 12
  • State Board
    • UP Board (UPMSP)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Bihar Board (BSEB)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Chhattisgarh Board (CGBSE)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Haryana Board (HBSE)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Jharkhand Board (JAC)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Uttarakhand Board (UBSE)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Madhya Pradesh Board (MPBSE)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Punjab Board (PSEB)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
    • Rajasthan Board (RBSE)
      • Hindi Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
      • English Medium
        • Class 9
        • Class 10
        • Class 11
        • Class 12
  • EBooks
    • Hindi Medium
      • Class 10
        • Hindi
        • English
        • Maths
        • Science
        • Social Science
      • Class 11
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
      • Class 12
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
    • English Medium
      • Class 10
        • Hindi
        • English
        • Maths
        • Science
        • Social Science
      • Class 11
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
      • Class 12
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
  • Courses
    • Hindi Medium
      • Class 10
        • Hindi
        • English
        • Maths
        • Science
        • Social Science
      • Class 11
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
      • Class 12
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
    • English Medium
      • Class 10
        • Hindi
        • English
        • Maths
        • Science
        • Social Science
      • Class 11
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
      • Class 12
        • Hindi
        • English
        • History
        • Sociology
        • Economics
        • Geography
        • Political Science
  • NIOS
    • Class 10
    • Class 12
  • Grammar
    • English Grammar
  • IGNOU
  • Computer
    • In Hindi
    • In English
  • Contact us
  • About us
Menu

Home » Class 12 Hindi Important Questions » अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में Important Questions || Class 12 Hindi (Antral) Chapter 4 in Hindi ||

अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में Important Questions || Class 12 Hindi (Antral) Chapter 4 in Hindi ||

Posted on February 1, 2023February 1, 2023 by Anshul Gupta

पाठ – 4

अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में 

In this post we have mentioned all the important questions of class 12 Hindi (Antral) chapter 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में in Hindi

इस पोस्ट में कक्षा 12 के हिंदी (अंतराल) के पाठ 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में के सभी महतवपूर्ण प्रश्नो का वर्णन किया गया है। यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है जो इस वर्ष कक्षा 12 में है एवं हिंदी विषय पढ़ रहे है।

BoardCBSE Board, UP Board, JAC Board, Bihar Board, HBSE Board, UBSE Board, PSEB Board, RBSE Board
TextbookNCERT
ClassClass 12
Subjectहिंदी (अंतराल)
Chapter no.Chapter 4
Chapter Nameअपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में
CategoryClass 12 Hindi (Antral) Important Questions
MediumHindi
Class 12 Hindi (Antral) Chapter 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में Important Questions

Chapter 4 अपना मालवा – खाऊ-उजाडू सभ्यता में

प्रश्न 1: मालवा में जब सब जगह बरसात की झड़ी लगी रहती है तब मालवा के जनजीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर: मालवा में जब सब जगह बरसाती की झड़ी लगी रहती है, तब मालवा के जनजीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। खूब बरसात होती है। मालवा में स्थित नदी-नाले पानी से भर जाते हैं। यहाँ तक की बरसात का पानी घरों में पहुँच जाता है। फसलें लहलहा उठती हैं। मालवा में व्याप्त बाबड़ी, तालाब, कुएँ तथा तलैया सब पानी से लबालब भर जाते हैं। इससे मालवा में लगता है कि भगवान की खूब कृपा हुई है। वहाँ की बरसात की झड़ी मालवा को समृद्धशाली बनाती है।

प्रश्न 2: अब मालवा में वैसा पानी नहीं गिरता जैसा गिरा करता था। उसके क्या कारण हैं?

उत्तर: इस बात के बहुत से कारण हैं-

  • औद्योगिकरण ने पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया है। इसके कारण पर्यावरण में भयंकर बदलाव देखने को मिले हैं। इसने जल, थल तथा भूमि प्रदूषण को बढ़ावा दिया है।
  • वायुमण्डल में कार्बन डाईऑक्साइड गैस की अधिकता के कारण भी मौसम पर प्रभाव पड़ रहा है। यह गर्म होती है, जिसके कारण वायुमण्डल और ओजन परत को नुकसान पहुँच रहा है।
  • पेड़ों की अत्यधिक कटाई के कारण भी मालवा धरती उज़डने लगी है।

प्रश्न 3: हमारे आज के इंजीनियर ऐसा क्यों समझते हैं कि वे पानी का प्रबंध जानते है और पहले ज़माने के लोग कुछ नहीं जानते थे?

उत्तर: आज के इंजीनियर अपने तकनीक ज्ञान को बहुत उच्च मानते हैं। उनको लगता है कि पुराने ज़माने में लोगों को तकनीकी ज्ञान नहीं था। वे तकनीकी शिक्षा से अनजाने थे। ऐसा सोचकर वे स्वयं एक गलतफहमी में जीते हैं। वह मानते हैं कि पश्चिमी सभ्यता ने ज्ञान का प्रसार किया है। भारत के लोगों को ज्ञान था ही नहीं। रिनसां के बाद से ही लोगों के अंदर ज्ञान का फैलाव हुआ।

प्रश्न 4: ‘मालवा में विक्रमादित्य, भोज और मुंज रिनेसा के बहुत पहले हो गए।’ पानी के रखरखाव के लिए उन्होंने क्या प्रबंध किए?

उत्तर: इन राजाओं ने पठारों की कमज़ोरी को समझा और पानी को रोकने के लिए बेहतर इंतज़ाम किए। उन्होंने इसके लिए सबसे पहले वहाँ पर तालाब, कुएँ, बावड़ियों का निर्माण करवाया। इस तरह वह बरसात का पानी जमा करके रख सकते थे। यह पानी पूरे वर्ष पानी की व्यवस्था करता था और लोगों को पानी के लिए तरसना नहीं पड़ता था। मालवा इसी का प्रमाण है।

प्रश्न 5: ‘हमारी आज की सभ्यता इन नदियों को अपने गंदे पानी के नाले बना रही है।’- क्यों और कैसे?

उत्तर: आज के समय में मनुष्य तेज़ी से प्रगति कर रहा है परन्तु इस प्रगति ने बहुत नुकसान भी किया है। प्रदूषण इस प्रगति का सबसे भयानक रूप है। प्रदूषण की मार से जल, थल और आकाश पूरी तरह से ग्रसित हैं। पानी जीवन प्रदान करता है परन्तु मनुष्य ने इस अमूल्य जल संसाधन को भी प्रदूषित कर दिया है। नदियाँ जो पानी का मुख्य स्रोत है, वे प्रदूषण की चपेट में आ गई हैं। इनमें शहरों का गंदा पानी बहा दिया जाता है साथ कारखानों का जहरीला पदार्थ भी इसमें डाल दिया जाता है। परिणाम इनका पानी पीने योग्य नहीं रहा है। नदियाँ सदियों से मनुष्य के लिए पानी की आपूर्ति करती आ रही हैं। लेकिन आज इनका पानी इतना जहरीला हो गया है कि इससे भयंकर बीमारी होने लगी हैं। यहां तक इसमें निवास करने वाले जीव-जन्तुओं का जीवन भी प्रदूषण के कारण विलुप्ति की कगार पर है। सरकार तथा कई सामाजिक संस्थाएँ समय-समय पर इसे बचाने के लिए प्रयास कर रही हैं। परन्तु उनके सभी प्रयास असफल रहे हैं। यदि ऐसा ही रहा तो यह गंदे नाले में बदल जाएँगी। यमुना नदी तो नाले में बदल ही चुकी है। हमें चाहिए कि इस ओर ध्यान दे और प्रदूषण से इनकी रक्षा करें।

प्रश्न 6: लेखक को क्यों लगता है कि ‘हम जिसे विकास की औद्योगिक सभ्यता कहते हैं वह उजाड़ की अपसभ्यता है’? आप क्या मानते हैं?

उत्तर: हम लेखक के इस कथन से बिलकुल सहमत है। ऐसी औद्योगिक सभ्यता जिसने विकास के नाम पर प्रदूषण, प्रकृति दोहन, पृथ्वी का विनाश ही किया है। उसे अपसभ्यता ही कहेंगे। यह कौन-सा विकास है, जो हमें प्रगति के नाम पर विनाश की ओर ले जा रहा है। हम एक आविष्कार करते हैं और उससे पाँच नई समस्याएँ पैदा कर लेते हैं। हम किसी भी विकास के साधनों पर नज़र डालें तो हमें विकास के स्थान पर विनाश ही विनाश दिखाई देगा। मनुष्य ने अपनी उत्पत्ति के साथ से ही पृथ्वी का दोहन करना आरंभ कर दिया था। परन्तु तब दोहन की प्रक्रिया बहुत ही मंद थी। जैसे-जैसे मनुष्य का विकास होता गया, उसने प्रकृति का दोहन तेज़ी से करना आरंभ कर दिया। उसने रहने के लिए पेड़ों को काटा, आवास के लिए ईंट के निर्माण के लिए मिट्टी का प्रयोग किया, कोयले, सीमेंट, धातु, हीरे इत्यादि की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उसने पृथ्वी को खोदा। यह कैसा विकास है, जिसमें स्वयं की जड़ काटी जा रही है। अतः हम इसे अपसभ्यता कहेंगे।

प्रश्न 7: धरती का वातावरण गरम क्यों हो रहा है? इसमें यूरोप और अमेरिका की क्या भूमिका है? टिप्पणी कीजिए।

उत्तर: आज पूरे संसार में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा मंडरा रहा है। पूरे विश्व के वैज्ञानिक इस स्थिति से परेशान है। इसके कारण धरती का वातावरण तेज़ी से गरम हो रहा है। हम मनुष्य ने अपनी सुविधाओं के नाम पर जो भी कुछ किया है, वह हमारे लिए खतरनाक सिद्ध हो रहा है। वाहनों, हवाई जहाजों, बिजली बनाने वाले संयंत्रों (प्लांटस), उद्योगों इत्यादि से अंधाधुंध होने वाले गैसीय उत्सर्जन की वजह से कार्बन डायऑक्साइड में वृद्धि हो रही है। इन गतिविधियों से कार्बन डायऑक्साइड, मिथेन, नाइट्रोजन ऑक्साइड इत्यादि ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा में बढ़ रही हैं, जिससे इन गैसों का आवरण घना होता जा रहा है। यही आवरण सूर्य की परावर्तित किरणों को रोक रहा है, जिससे धरती के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। ग्लेशियरों की बर्फ बढ़ रहे तापमान से तेज़ी से पिघल रही है। जिससे आने वाले समय में जल संकट खड़ा हो सकता है। जंगलों का बड़ी संख्या में हो रहा कटाव भी इसकी दूसरी सबसे बड़ी वजह है। जंगल कार्बन डायऑक्साइड की मात्रा को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करते हैं, लेकिन इनकी अंधाधुंध कटाई से यह प्राकृतिक नियंत्रक भी नष्ट हो रहे हैं। यदि जल्दी नहीं की गई तो हमारे जीवन पर भी सवालिया निशान उठ खड़ा होगा। इन गैसों के उत्सर्जन में अमेरिका तथा यूरोपीय देशों की भूमिका मुख्य है। वहाँ से सबसे अधिक इन गैसों का उत्सर्जन हो रहा है। वे इस बात स्वीकार नहीं करते हैं।

योग्यता विस्तार

प्रश्न 1: क्या आपको भी पर्यावरण की चिंता है? अगर है तो किस प्रकार? अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर: हाँ, मुझे भी पर्यारवण की चिंता है। मैं देख रहा हूँ कि आस-पास क्या हाल है। मैं दिल्ली में रहता हूँ और आज यह भारत के सबसे प्रदूषण युक्त शहर में आती है। इसके कारण यहाँ के नागरिकों को साँस संबंधी तथा त्वचा संबंधी बीमारियाँ हो रही हैं। यहाँ पर शुद्ध वायु लेना तो जैसे सपने की बात है। इस कारण लोगों की आयु भी कम हो रही है। मैं सोचता हूँ यदि ऐसा रहा, तो भारत का दिल कहा जाने वाला यह शहर कैसे बचेगा। इसके अतिरिक्त यदि मेरे देश के हर राज्य और शहर का यही हाल रहा, तो हमारी आने वाली पीढ़ियों का क्या होगा। हम उन्हें क्या देंगे। हमें शीघ्र ही कुछ करना पड़ेगा। वरना समय दूर नहीं है। जब मेरा देश प्रदूषण के जहर से त्रस्त हो जाएगा।

प्रश्न 2: विकास की औद्योगिक सभ्यता उजाड़ की अपसभ्यता है। खाऊ-उजाड़ू सभ्यता के संदर्भ में हो रहे पर्यावरण के विनाश पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: मनुष्य ने सदैव ही अपने विकास के लिए अनेक कार्य किए हैं। मनुष्य ने विज्ञान के माध्यम से अनेक आविष्कार किए, अनेक ऐसी वस्तुओं का निर्माण किया, जो हमारे लिए सोचना भी संभव नहीं था। मनुष्य ने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर अपनी कल्पना को साकार किया। उसने ही औद्योगिक सभ्यता को जन्म दिया है। इसने जहाँ एक ओर हमें प्रगति व उन्नति के पथ में अग्रसर किया है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण का सबसे बड़ा नुकसान किया है। औद्योगिक सभ्यता ने प्रकृति की जीवन शैली को आघात पहुँचाया है। इस आघात से उत्पन्न घाव से उभरने के लिए मनुष्य को शायद ही प्रकृति द्वारा समय दिया जाए। प्रकृति के बिना पृथ्वी में रहने की कल्पना करना ही पूरे शरीर में सिहरन भर देता है। प्रकृति भगवान द्वारा दी गई बहुमूल्य भेंट है। प्रकृति, मनुष्य को सदैव देती रही है और हम याचक की तरह उसके समक्ष भिक्षा का पात्र लेकर खड़े रहे हैं। परन्तु आज स्थिति दूसरी बन गई है। हमने प्रकृति का इतना दोहन कर लिया है कि इसने अपना मैत्री भाव छोड़कर विकरालता को धारण कर लिया है। बढ़ते प्रकृति दोहन से जलीय, थलीय एवं वायुमंडलीय प्रदूषण बढ़ गया है। परन्तु भूमि प्रदूषण की अधिकता देखते ही बनती है। औद्योगिक कचरे के फैलाव के कारण अनेक समस्याओं व बीमारियों को आमंत्रण मिला है। जगह-जगह मानव निर्मित कचरे के ढेर दिखाई देते हैं, जिससे मनुष्य व अन्य प्रकार के प्राणियों के लिए अधिक खतरा मंडरा रहा है। वनों के कटाव से भूमि के कटाव की समस्या और रेगिस्तान के प्रसार की समस्या सामने आई है। वनों के अत्यधिक कटाव ने जंगली जानवरों के अस्तित्व को संकट में डाला है। ऊर्जा के उत्पादन के लिए अचल संपदा का स्थायी क्षय हुआ है। रसायनों के अत्यधिक प्रयोग ने मिट्टी संबंधी प्रदूषण को बढ़ाया है। इससे इसकी उर्वरता पर प्रभाव पड़ा है। इन सभी समस्याओं पर यदि अभी ध्यान नहीं दिया गया, तो आगे चलकर ये सभी समस्याऐं विकरालता की हद को भी पार कर जाएँगी। आज पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण के कारण नित नई बीमारियाँ अपना मुँह फाड़े मनुष्य को काल का ग्रास बनाने के लिए तैयार हैं। एक बीमारी से हम निजात पाते नहीं कि नई बीमारी आ खड़ी होती।

प्रश्न 3: पर्यावरण को विनाश से बचाने के लिए आप क्या कर सकते हैं? उसे कैसे बचाया जा सकता है? अपने विचार लिखिए।

उत्तर: प्रदूषण को रोकने के लिए वायुमंडल को साफ़-सुथरा रखना परमावश्यक है। इस ओर जनता को जागरुक किया जाना चाहिए। बस्ती व नगर के समस्त वर्जित पदार्थों के निष्कासन के लिए सुदूर स्थान पर समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। जो औद्योगिक प्रतिष्ठान शहरों तथा घनी आबादी के बीच में हैं, उन्हें नगरों से दूर स्थानांतरित करने का पूरा प्रबन्ध करना चाहिए। घरों से निकलने वाले दूषित जल को साफ करने के लिए बड़े-बड़े प्लाट लगाने चाहिए। फैक्टिरयों और कारखानों को नदियों से दूर कर देना चाहिए। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहिए। वन संरक्षण तथा वृक्षारोपण को सर्वाधिक प्राथमिकता देनी चाहिए। इस प्रकार प्रदूषण युक्त वातावरण का निर्माण किया जा सकेगा।

We hope that class 12 Hindi (Antral) Chapter 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में Important Questions in Hindi helped you. If you have any queries about class 12 Hindi (Antral) Chapter 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में Important Questions in Hindi or about any other Important Questions of class 12 Hindi (Antral) in Hindi, so you can comment below. We will reach you as soon as possible.

हमें उम्मीद है कि कक्षा 12 हिंदी (अंतराल) अध्याय 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में हिंदी के महत्वपूर्ण प्रश्नों ने आपकी मदद की। यदि आपके पास कक्षा 12 हिंदी (अंतराल) अध्याय 4 अपना मालवा-खाऊ-उजाड़ू सभ्यता में के महत्वपूर्ण प्रश्नो या कक्षा 12 के किसी अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न, नोट्स, वस्तुनिष्ठ प्रश्न, क्विज़, या पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों के बारे में कोई सवाल है तो आप हमें [email protected] पर मेल कर सकते हैं या नीचे comment कर सकते हैं। 

Category: Class 12 Hindi Important Questions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Free WhatsApp Group

Free Telegram Group

Our Application

Class 12

  • Class 12 All Video Courses
  • Class 12 All Important Notes 
  • Class 12 All Important Questions
  • Class 12 All Important Quizzes
  • Class 12 All Important Objective Questions
  • Class 12 All Sample Papers
  • Class 12 All Last Year Questions Papers
  • Class 12 All PDF E-books

Class 11

  • Class 11 All Video Courses
  • Class 11 All Important Notes 
  • Class 11 All Important Questions
  • Class 11 All Important Quizzes
  • Class 11 All Important Objective Questions
  • Class 11 All Sample Papers
  • Class 11 All Last Year Questions Papers
  • Class 11 All PDF E-books

Class 10

  • Class 10 All Video Courses
  • Class 10 All Important Notes 
  • Class 10 All Important Questions
  • Class 10 All Important Quizzes
  • Class 10 All Important Objective Questions
  • Class 10 All Sample Papers
  • Class 10 All Last Year Questions Papers
  • Class 10 All PDF E-books

More Important Questions

  • Class 10 Hindi Important Questions (42)
  • Class 10 Important Questions (0)
  • Class 10 Math Important Questions in Hindi (0)
  • Class 10 Science Important Questions in Hindi (0)
  • Class 10 SST Important Questions in Hindi (25)
  • Class 11 Economics Important Questions in Hindi (0)
  • Class 11 Geography Important Questions in Hindi (23)
  • Class 11 Hindi Important Questions (45)
  • Class 11 History Important Questions in Hindi (1)
  • Class 11 Important Questions (0)
  • Class 11 Physical Education Important Questions in Hindi (0)
  • Class 11 Political Science Important Questions in Hindi (40)
  • Class 11 Sociology Important Questions in Hindi (0)
  • Class 12 Economics Important Questions in Hindi (0)
  • Class 12 Geography Important Questions in Hindi (22)
  • Class 12 Hindi Important Questions (47)
  • Class 12 History Important Questions in Hindi (13)
  • Class 12 Important Questions (0)
  • Class 12 Physical Education Important Questions in Hindi (0)
  • Class 12 Political Science Important Questions in Hindi (18)
  • Class 12 Sociology Important Questions in Hindi (1)
  • Class 9 Hindi Important Questions (41)
  • Class 9 Important Questions (0)
  • Class 9 Math Important Questions in Hindi (0)
  • Class 9 Science Important Questions in Hindi (0)
  • Class 9 SST Important Questions in Hindi (0)
  • Uncategorized (0)

Other Important Questions

  • डायरी के पन्ने Important Questions || Class 12 Hindi (Vitan) Chapter 4 in Hindi ||
  • अतीत में दबे पाँव Important Questions || Class 12 Hindi (Vitan) Chapter 3 in Hindi ||
  • जूझ Important Questions || Class 12 Hindi (Vitan) Chapter 2 in Hindi ||
  • सिल्वर वैडिंग Important Questions || Class 12 Hindi (Vitan) Chapter 1 in Hindi ||
  • श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 18 in Hindi ||
  • शिरीष के फूल Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 17 in Hindi ||
  • नमक Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 16 in Hindi ||
  • चार्ली चैप्लिन यानी हम सब Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 15 in Hindi ||
  • पहलवान की ढोलक Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 14 in Hindi ||
  • काले मेघा पानी दे Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 13 in Hindi ||
  • बाजार दर्शन Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 12 in Hindi ||
  • भक्तिन Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 11 in Hindi ||
  • छोटा मेरा खेत, बगुलों के पंख Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 10 in Hindi ||
  • रुबाइयाँ, गज़ल Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 9 in Hindi ||
  • कवितावली (उत्तर कांड से), लक्ष्मण-मूच्छ और राम का विलाप Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 8 in Hindi ||
  • बादल राग Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 7 in Hindi ||
  • उषा Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 6 in Hindi ||
  • सहर्ष स्वीकारा है Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 5 in Hindi ||
  • कैमरे में बंद अपाहिज Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 4 in Hindi ||
  • कविता के बहाने, बात सीधी थी पर Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 3 in Hindi ||
  • पतंग Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 2 in Hindi ||
  • आत्म-परिचय, एक गीत Important Questions || Class 12 Hindi (Aroh) Chapter 1 in Hindi ||
© 2025 Criss Cross Classes | Powered by Minimalist Blog WordPress Theme